अनियमित पीरियड्स के कारण और उपचार - जानिए गुड़गांव में सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ से

प्राकृतिक रूप से पीरियड्स महिलाओं के जीवन की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।। इस प्रक्रिया के माध्यम से, महिलाओं के शरीर में नियमित रूप से होने वाले हार्मोनल बदलाव का संकेत मिलता है कि वे स्वस्थ हैं और उनकी शारीरिक प्रक्रियाएं सही तरीके से काम कर रही हैं। हालांकि, कई महिलाएं मासिक धर्म में देरी की समस्या (delay menstruation) या अनियमित मासिक धर्म (irregular periods) से पीड़ित हैं। आमतौर पर सबसे सामान्य कारण गर्भावस्था का होना है, लेकिन कुछ बार यह किसी और गंभीर समस्या का भी संकेत हो सकता है जो उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।  मासिक धर्म में अनियमितता की समस्या (abnormal period) और  देरी (delayed menstrual period) होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं और पीरियड समय पर लाने यानी उसे नियमित करने के अनेक उपाय मौजूद हैं। 

यदि आप या आपका प्रियजन पीरियड न आने की समस्या से पीड़ित हैं, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है। मासिक धर्म की अनियमितता और देरी के विषय में विस्तार से समझने के लिए इस ब्लॉग को अवश्य पूरा पढ़ें। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम जानेंगे कि मासिक धर्म की अनियमितता (irregular periods cause) और पीरियड्स में देरी के क्या कारण (causes in delay of periods) हो सकते हैं और इन समस्याओं का समाधान कैसे किया जा सकता है।

विलम्बित पीरियड्स तथा अनियमित माहवारी होना क्या है? What is Delayed Menstrual Period and Irregular Menstruation in Hindi? 

विलम्बित पीरियड्स और अनियमित माहवारी, महिलाओं में मासिक धर्म के समय पर आने में देरी या अस्थिरता को दर्शाते हैं। विलम्बित पीरियड्स (Delayed menstrual period) एक स्थिति है जब महिला का मासिक धर्म उसके नियमित समय से देर से शुरू होता है या उसके नियमित समय से बाद में होता है इसके अतिरिक्त, अनियमित माहवारी (irregular periods) एक स्थिति है जब मासिक धर्म के साइकिल अनियमित (irregular cycles) होते हैं। 

आम तौर पर महिला का मासिक धर्म (menstrual cycle) 28 दिनों का होता है जो हर महीने इतने दिन के अंतर पर चलता रहता है। जब पीरियड का समय एक महीने में लंबा और दूसरे महीने में छोटा होता है तो उसे अनियमित पीरियड (irregular period) माना जाता है। 

मिरेकल्स अपोलो क्रैडल( Miracles Apollo Cradle) गुड़गांव में हमारे शीर्ष स्त्री रोग विशेषज्ञ (top gynaecologist in Gurgaon) का मानना ​​है की तनाव (stress) तथा  कई समस्याएं जैसे हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidsim)और पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS), हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance), वजन का असंतुलन (weight imbalance),  गर्भावस्था (pregnancy) , शारीरिक तनाव (physical stress), दवाओं का सेवन (medications), या शारीरिक समस्याएं(health issues)  विलम्बित पीरियड्स (Delayed menstrual period) और  अनियमित पीरियड (irregular menstrual period) के कारण हो सकते हैं।

अगर मासिकधर्म की अनियमितता (irregular periods) या विलम्बित पीरियड्स (Delayed menstrual period) आपको या आपके प्रियजनों को परेशान कर रहे हैं तो इस समस्या को गंभीरता से लें और अपने नजदीकी महिला स्त्री रोग विशेषज्ञ (female gynae near you) से स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।

मासिक धर्म में देरी या अनियमित मासिक धर्म के कारण क्या-क्या हो सकते हैं? Cause of Delay in Menstrual Period or irregular menstruation in Hindi

मासिक धर्म में देरी तथा अनियमित माहवारी के कई कारण हो सकते हैं। इनके कुछ मुख्य कारण हैं: 

  1. गर्भावस्था (Pregnancy): गर्भावस्था होने पर पीरियड्स रुक जाते हैं। यदि आपके मासिक धर्म के आने में विलम्ब हो रहा है या आपको गर्भावस्था के संबंध में कोई संदेह है, तो एक गर्भवती परीक्षण (pregnancy test)करवाएं।

  2. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance): अनियमित माहवारी (irregular periods) का एक मुख्य कारण होता है हार्मोनों का असंतुलन। इसमें प्रमुख हार्मोन्स जैसे कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन की असंतुलन हो सकती है, जो मासिक धर्म को प्रभावित करती हैं।

  3. अतिरिक्त वजन या कम वजन (Overweight or Underweight): अतिरिक्त वजन या कम वजन भी मासिक धर्म को प्रभावित कर सकता है और अनियमितता का कारण बन सकता है।

  4. खानपान (Diet): अपूर्ण और अस्वस्थ खानपान (incomplete and unhealthy diet) , जल्दबाजी में वजन कम करना, डाइटिंग (dieting) या खाने में अधिक परिवर्तन करने के (major changes in diet) कारण भी पीरियड्स में असमानता (हो सकती है।

  5.  पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS): PCOS एक हार्मोनल विकार होता है जिसमें ओवारियन में सिस्ट बन जाते हैं, जिससे मासिक धर्म अनियमित (Irregular Periods)हो सकता है।

  6. थायराइड समस्याएं (Thyroid): थायराइड की अतिरिक्त या अधिक कार्यक्षमता भी मासिक धर्म के समय पर विलम्ब का कारण (cause of delayed menstruation )बन सकती है।

  7. तनाव और चिंता (Stress and anxiety): तनाव और चिंता भी हार्मोन्स को प्रभावित करती है। लंबे समय तक तनाव या चिंता में रहने के कारण भी मासिक धर्म में अनियमितता (reason for irregular periods)हो सकती है।

  8. मेडिकल समस्याएँ (Health Issues): कुछ मेडिकल समस्याएँ, जैसे कि अनेक गर्भाशय संक्रमण (uterine infection), पेट की समस्याएँ (stomach problems), और वायरल बीमारियाँ (viral diseases), भी पीरियड्स को प्रभावित कर सकती हैं।

  9. उम्र (Age Factor): उम्र के साथ, महिलाओं के पीरियड्स में अनियमितता हो सकती है, जिसे प्रिमेनोपॉज (premenopause) या मेनोपॉज (menopause) कहा जाता है।

  10. गर्भाशय के रोग (Diseases of the Uterus): गर्भाशय संबंधित समस्याएँ, जैसे कि गर्भाशय फिब्रॉएड्स (Uterine fibroids), किसी भी तरह की असामान्य गर्भाशय की गतिविधि (abnormal uterine activity), और गर्भाशय के अन्य रोग (other uterine disease), भी माहवारी को प्रभावित कर सकते हैं।

  11. आनुवंशिक कारण (Genetic causes): कुछ मामलों में, परिवार के इतिहास (family history) में माहवारी की अनियमितता (irregular periods) होने के कारण महिलाओं में भी यह समस्या हो सकती है।

  12. बर्थ कंट्रोल पिल्स (Birth control pills): बर्थ कंट्रोल पिल्स या अन्य गर्भनिरोधक उपकरण पीरियड्स को अनियमित बना सकते हैं। 

  13. ओवेरियन सिस्ट का निर्माण होना (Formation of ovarian cyst): ओवेरियन सिस्ट या पोलिसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) एक सामान्य कारण है जिससे पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं। इसमें अंडाशय में सिस्ट बन जाते हैं जो हार्मोन्स को प्रभावित करते हैं।

  14. शुगर का ज्यादा बढ़ जाना (Increased sugar level): मधुमेह (Diabetes) का होना भी पीरियड्स को विलम्बित कर सकता है। शुगर के स्तर का असंतुलन हार्मोन्स को प्रभावित कर सकता है और मासिक धर्म में अनियमितता उत्पन्न कर सकता है।

  15. अंडाशय का नष्ट हो जाना (Destruction of ovaries): अंडाशय के किसी अस्थिरता या खराबी (instability or malfunction of the ovaries) के कारण भी पीरियड्स विलम्बित (delayed menses) या अनियमित हो सकते हैं। इससे हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ सकता है और मासिक धर्म प्रभावित हो सकता है।

आपके पीरियड्स विलम्बित या अनियमित होने के कई कारण हो सकते हैं। सटीक कारण के बारे में जानने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना जरूरी है ताकि आपको ठीक उपचार और सलाह प्रदान की जा सके।

अनियमित माहवारी के लक्षण क्या है? Irregular Period Symptoms or Delayed Period symptoms in Hindi

पीरियड्स मिस होने या अनियमित होने के कुछ आम लक्षण निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. मासिक धर्म के समय पर न आना (Irregular menstrual period): मासिक धर्म के समय पर न आना या विलम्ब होना अनियमितता का प्रमुख संकेत है।

  2. नियमित साइकिल की अस्थिरता (Regular cycle instability): मासिक धर्म की साइकिल में अस्थिरता, जैसे कि साइकिल के दिनों का बदलाव, भी अनियमितता का संकेत हो सकता है।

  3. अधिक या कम ब्लीडिंग (Heavy bleeding or low bleeding): अनियमित पीरियड्स के दौरान, रक्तस्राव की मात्रा में विविधता (vartiation) हो सकती है। कभी-कभी कम रक्तस्राव होता है, जबकि कभी-कभी अधिक होता है।

  4. मासिक धर्म के साथ दर्द (pain with menstruation): कुछ महिलाओं को मासिक धर्म के समय पेट में दर्द, तनाव, या असहनीयता का अनुभव हो सकता है।

  5. असामान्य लक्षण (Abnormal symptoms): जैसे कि मांसपेशियों का दर्द (muscle pain), मुख्य दिनों में थकावट (tierdness), चक्कर आना (Dizziness), या उत्तेजित मानसिक स्थिति (agitated mental state)

यदि आपको इन लक्षणों में से कुछ अनियमितता के संकेत मिल रहे हैं, तो आपको एक स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें ।

विलंबित और अनियमित मासिक धर्म के नुकसान (Disadvantages of Delayed Period or irregular menstrual period in Hindi)

माहवारी के विलंबित और अनियमित होने के कई नुकसान हो सकते हैं, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। यहाँ इन नुकसानों के बारे में कुछ मुख्य प्रकार हैं:

  1. हार्मोनल असंतुलन (Hormonal imbalance): पीरियड्स के न होने या अनियमित माहवारी का मुख्य कारण हार्मोनल असंतुलन हो सकता है। यह असंतुलन स्त्री के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जैसे कि थकान, तनाव, उदासी, और अत्यधिक चिंता।

  2. गर्भाधान की संभावना कम हो सकती है (Reduced chance of conception): पीरियड्स के न होने या अनियमित माहवारी की स्थिति में, महिलाओं की प्रजनन क्षमता (fertility)पर असर पड़ सकता है और गर्भाधान की संभावना कम हो सकती है। यह जीवनसंगी निर्णय और परिवार की योजनाओं (family planning) पर असर डाल सकता है।

  3. हार्ट और हड्डियों के लिए समस्याएं (Problems for heart and bones): नियमित माहवारी के अभाव में, हार्ट की स्वास्थ्य (heart health) और हड्डियों की क्षमता (bone strength) पर असर पड़ सकता है, इससे ऑस्टियोपोरोसिस (osteoporosis) जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं

  4. कैंसर का खतरा बढ़ना (increased risk of cancer): कुछ अध्ययनों ने पाया है कि नियमित माहवारी के अभाव में, महिलाओं में कुछ प्रकार के कैंसर, जैसे कि गर्भाशय और स्तन कैंसर, का जोखिम बढ़ सकता है।

  5. अत्यधिक रक्तस्राव (Excessive bleeding): कुछ महिलाएं अनियमित माहवारी के बारे में शिकायत करती हैं, जबकि दूसरी महिलाएं अत्यधिक रक्तस्राव का अनुभव कर सकती हैं, जिससे उन्हें रक्त की कमी जैसे की रक्ताल्पता (Anemia) की समस्या हो सकती है।

  6. नींद की समस्याएं (Sleep problems): विलंबित और अनियमित मासिक धर्म के कारण नींद की समस्याएं भी हो सकती हैं, जो आपके स्वास्थ्य और दिनचर्या को प्रभावित कर सकती हैं।

  7. पीरियड प्रवाह (Period Flow): अनियमित मासिक धर्म के कारण पीरियड्स का अत्यधिक या कम प्रवाह हो सकता है, जो सार्वजनिक स्थितियों में असुविधा का कारण बन सकता है।

अनियमित पीरियड्स का निदान (Diagnosis of Irregular Periods in Hindi)

अनियमित पीरियड्स के लिए डॉक्टर आपको कुछ ब्लड टेस्ट करने का सुझाव दे सकते हैं। इनमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं:

  1. हार्मोन टेस्ट (Hormonal Tests): डॉक्टर आपके हार्मोन स्तर की जांच कर सकते हैं जैसे कि एस्ट्रोजन, प्रोगेस्टेरोन, और टेस्टोस्टेरोन।

  2. थायराइड फंक्शन टेस्ट (Thyorid Function Test): थायराइड ग्लैंड की समस्याओं का पता लगाने के लिए डॉक्टर थायराइड फंक्शन टेस्ट का सुझाव दे सकते हैं।

  3. अन्य टेस्ट (Other Tests): डॉक्टर आपकी स्थिति के आधार पर और भी अन्य ब्लड टेस्ट का आदेश दे सकते हैं, जैसे कि इंसुलिन लेवल, गर्भाशय के उत्तेजन का गंधक, और अन्य हार्मोन्स।

अनियमित मासिक धर्म या विलंबित मासिक धर्म के इलाज के लिए घरेलू उपचार (Home Remedies to Treat Irregular Menstruation or Delayed Menstrual Periods)

अनियमित मासिक धर्म या विलंबित मासिक धर्म के इलाज के कुछ घरेलू उपचार निम्नलिखित हो सकते हैं:

  1. अपने आहार में परिवर्तन (Changes in your diet): स्वस्थ और पौष्टिक आहार खाना अनियमित माहवारी को सुधारने में मदद कर सकता है। अपने आहार में उत्तेजनात्मक खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें और ज्यादा पर्याप्त मात्रा में फल, सब्जियां, अनाज, और प्रोटीन का सेवन करें। अपने आहार में आयरन (iron), कैल्शियम (calcium), और विटामिन डी (vitamin D) की सही मात्रा भी शामिल करें।

  2. र्याप्त पानी पीना (Drink plenty of water): पर्याप्त पानी पीने से और अच्छे तरीके से हाइड्रेटेड रहने से आपके हार्मोन्स का संतुलन बना रहता है, जो माहवारी को सामान्य बनाए रखने में मदद कर सकता है।

  3. प्राकृतिक औषधियों का सेवन (consumption of natural medicines): कुछ प्राकृतिक औषधियों का सेवन भी अनियमित माहवारी को संतुलित करने में मदद कर सकता है जैसे कि, अजवाइन, अदरक, और तुलसी।

  4. नियमित व्यायाम (Regular exercise): नियमित व्यायाम करना हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद कर सकता है, जिससे पीरियड्स को सामान्य बनाए रखने में मदद मिलती है। योग, व्यायाम, या घरेलू काम करना भी उपयुक्त हो सकता है।

  5. तनाव को कम करें (Reduce stress): तनाव और चिंता पीरियड्स को असमय पर आने का कारण बन सकते हैं। ध्यान, मेडिटेशन (meditation), योग (yoga) और गहरी साँस लेने की अभ्यास आपको तनाव मुक्त रहने में मदद कर सकते हैं।

  6. योनि स्वच्छता (Vaginal Hygiene): साफ़ और स्वच्छ रहना महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है। समान योनि स्वच्छता को बनाए रखने के लिए नियमित धोने और सूखाने का ध्यान रखें।

  7. नियमित चेकअप (Regular checkup): अपना नियमित चेकअप करवाएं और अपने डॉक्टर से सलाह लें। यह आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने में मदद करेगा और समस्याओं को समय रहते पहचानने में सहायक होगा।

  8. अच्छी नींद लें (Have a Sound Sleep): सुनिश्चित करें कि आप अपने दिनचर्या में पर्याप्त आराम और नींद का पूरा समय लेते हैं। अपने शरीर को पर्याप्त आराम देना भी हार्मोन्स के संतुलन में मदद करता है।

यह सभी घरेलू उपाय अनियमित पीरियड्स या विलंबित माहवारी को सुधारने में मदद कर सकते हैं, लेकिन यदि समस्या गंभीर है या यह उपायों से सुधार नहीं हो रही है, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लें।

विलंबित और अनियमित माहवारी से बचने के लिए उपाय  (Tips to avoid delayed and irregular menstruation in hindi )

विलंबित और अनियमित माहवारी से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करने में मदद मिल सकती है:

  1. स्वस्थ आहार (Healthy Food): पोषण से भरपूर आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां, अनाज, प्रोटीन, हेल्दी तेल, और खासकर हरे पत्तेदार सब्जियां शामिल हों। अपने आहार में आयरन, कैल्शियम, और विटामिन डी की सही मात्रा भी शामिल करें।

  2. नियमित व्यायाम (Regular exercise): नियमित रूप से व्यायाम करें, जैसे कि योग, व्यायाम, ताईची, और चलने की आदत बनाएं। यह आपके हार्मोन्स को संतुलित रखने में मदद कर सकता है।

  3. तनाव कम करें (Reduce Stress): तनाव और चिंता से दूर रहें, क्योंकि यह हार्मोन्स को प्रभावित कर सकते हैं और माहवारी की समस्याओं का कारण बन सकते हैं। ध्यान, मेडिटेशन, योग, या खोज के उपाय अपनाएं।

  4. पर्याप्त आराम (Adequate Rest): पर्याप्त आराम और सुफाई बनाए रखें। नींद का पूरा आठ घंटे लें और दिन में समय-समय पर छोटी छुट्टी लें।

  5. धूम्रपान और अत्यधिक शराब का प्रयोग न करें (Avoid Smoking or Alcohol Consumption): धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन भी हार्मोन्स को प्रभावित कर सकता है और माहवारी की समस्याओं को बढ़ा सकता है।

  6. नियमित चेकअप (Routine Checkup): नियमित चेकअप करवाएं और अपने डॉक्टर से बात करें। यदि माहवारी में कोई समस्या हो, तो डॉक्टर से परामर्श लें और उनकी सलाह का पालन करें।

  7. योग और मेडिटेशन (Yoga and Meditation): योग और मेडिटेशन आपको तनाव मुक्ति और मानसिक शांति प्रदान कर सकते हैं, जो हार्मोन्स के संतुलन में मदद कर सकते हैं।

  8. वज़न प्रबंधन (Weight Management): अगर आप अत्यधिक मोटे या कमजोर हैं, तो इसे संतुलित करें। अत्यधिक या कम वजन भी माहवारी को प्रभावित कर सकता है।

ये उपाय आपको विलंबित और अनियमित माहवारी से बचने में मदद कर सकते हैं। लेकिन यदि समस्या गंभीर है या यह उपायों से सुधार नहीं हो रही है, तो स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करें

स्त्री रोग विशेषज्ञ से कब मिलें? When To Consult a Gynecologist?

यदि आप निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको जल्द से जल्द स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए:

  •  यदि आपको पीरियड के बीच, यौन संबंध के बाद, गर्भावस्था के दौरान या मेनोपॉज़ के बाद, खून या स्पॉटिंग का का अनुभव होता है तो आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता है।

  •  यदि आपकी माहवारी एक सप्ताह से अधिक समय तक चलती है, तो भी आपको स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलने की आवश्यकता है।

  • यदि आपको कई घंटों तक लगातार हर घंटे menstrual pad बदलने की आवश्यकता हो, तो भी आपको डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।

  • मासिक धर्म के दौरान तेज और असहनीय दर्द के मामले में भी आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

  • अगर आपको पीरियड्स के समय बुखार हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

  • यदि आपको असामान्य योनि स्राव या गंध (vaginal discharge or odor) का अनुभव हो, तो भी डॉक्टर से परामर्श करें।

  • यदि आपको अप्रत्याशित रूप से वजन बढ़ने या घटने का आभास हो तो भी आपको डॉक्टर से मिलने की जरूरत है।

  • अगर आपको असामान्य बाल वृद्धि (hair growth) का अनुभव हो, तो आपको डॉक्टर से परामर्श करें।

  • अगर आपको नए मुहासे का अनुभव हो, तो डॉक्टर से संपर्क करें।

  • यदि आपकी निप्पल से कोई तरल (nipple discharge) निकल रहा हो, तो डॉक्टर से परामर्श करें।

अनियमित पीरियड्स मासिक धर्म का इलाज (Irregular Periods Treatment in Hindi)

अनियमित या  लेट पीरियड्स के उपचार में निम्नलिखित विकल्प हो सकते हैं:

  1. हार्मोनल थेरेपी (Hormonal Therapy): अगर हार्मोनल असंतुलन का कारण है, तो डॉक्टर हार्मोनल थेरेपी की सलाह दे सकते हैं। इसमें बर्थ कंट्रोल पिल्स, हार्मोनल इंजेक्शन, या हार्मोनल इम्प्लांट्स शामिल हो सकते हैं।

  2. दवाइयाँ (Medications): कुछ मामलों में, डॉक्टर किसी विशेष दवा का सुझाव दे सकते हैं जो हार्मोन्स को संतुलित करने में मदद कर सकती है।

  3. सर्जरी (Surgery): अगर कोई अन्य मेडिकल समस्या है जैसे कि पोलिप्स (polyps), ओवेरियन सिस्ट (ovarian cyst), या  गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब से संबंधित समस्याएं है, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

निष्कर्ष (Conclusion):

अनियमित मासिक धर्म ((Irregular Periods) या  विलंबित  माहवारी (Delayed Menses) आज की दुनिया में वास्तव में आम समस्या है। अपने डॉक्टर की सहायता और कुछ जीवनशैली परिवर्तनों के साथ, आप अपने सामान्य मासिक धर्म चक्र में वापस आ सकते हैं। 

अगर आपको अनियमित पीरियड्स ( irregular or delayed period) की  समस्या है, तो मिरेकल हेल्थकेयर में अपने नजदीकी सर्वश्रेष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर (best gynecologist doctor near you) से परामर्श लें स्वस्थ और खुशहाल जीवन के लिए अपने स्वास्थ्य की देखभाल करें।


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