बहुत ज्यादा खांसी आने से हैं परेशान, तो इन घरेलू उपचार से मिलेगा आराम
Summary: खांसी (Cough) गले या श्वसन तंत्र में जलन के कारण होती है, जिसे घरेलू उपाय जैसे शहद-अदरक, तुलसी का काढ़ा और हल्दी पानी से आराम मिल सकता है। एलर्जी, वायरल संक्रमण, धूम्रपान और प्रदूषण खांसी के सामान्य कारण हैं। अगर खांसी लंबे समय तक बनी रहे, तो अपने नजदीकी आज ही हमारे आंतरिक चिकित्सा चिकित्सक से परामर्श लें
क्या खांसी बार-बार आपको परेशान कर रही है? क्या आप खांस- खांस कर तंग आ चुके हैं? क्या खांसी (cough) इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि वह आपकी दिनचर्या (daily routine) को प्रभावित कर रही है? अगर हां, तो यह ब्लॉग पोस्ट आपके लिए है। खांसी किसी भी व्यक्ति को परेशान कर सकती है, और जब यह लगातार बढ़ने लगे तो यह बेहद तकलीफदेह हो सकता है। खासकर जब खांसी तीन सप्ताह से ज्यादा समय तक रहती है तो इसे क्रॉनिक खांसी या पुरानी खांसी (Chronic Cough) कहा जाता है । अध्ययन के अनुसार क्रॉनिक खांसी लगभग 10-20% लोगों में पाई जाती है। जबकि खांसी का इलाज (cough treatment) आमतौर पर साधारण घरेलू उपचार से किया जा सकता है, कुछ मामलों में दवाओं की आवश्यकता भी होती है। इस ब्लॉग में हम आपको खांसी के घरेलू उपचारों (cough remedies at home) के बारे में बताएंगे जो न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि प्रभावी भी हैं। जानिए कि कैसे आप इन उपायों से खांसी में राहत पा सकते हैं।
Cough meaning in Hindi
खांसी (Cough) का अर्थ है गले (throat) या श्वसन तंत्र (respiratory system) में किसी प्रकार की जलन (irritation), सूजन (swelling) या संक्रमण (infection) के कारण अचानक हवा बाहर फेंकने की प्रक्रिया। खांसी एक स्वाभाविक शारीरिक प्रतिक्रिया होती है जो गले (throat), फेफड़ों (lungs) या श्वसन नलिकाओं (respiratory tubes) में जमे हुए कणों(particles), म्यूकस (mucus), या अन्य पदार्थों को बाहर निकालने के लिए होती है। खांसी हल्की हो सकती है या गंभीर, और यह आमतौर पर वायरल संक्रमण (viral infection), एलर्जी (allergy), धूम्रपान (smoking), या प्रदूषण (pollution) के कारण होती है।
खांसी के विभिन्न प्रकार क्या हैं? What are the Different Types of Cough?
मिरेकल्स अपोलो क्रैडल/स्पेक्ट्रा में गुड़गांव के इंटरनल मेडिसिन डॉक्टर (internal medicine doctor in Gurgaon) के अनुसार, खांसी मुख्य रूप से दो प्रकार (cough types) की होती है:
-
सूखी खांसी (Dry Cough): इस प्रकार की खांसी में कोई बलगम नहीं होता और यह गले में जलन और खराश पैदा करती है।
-
गीली खांसी (Wet Cough): इसमें बलगम निकलता है और यह अधिकतर वायरल संक्रमण या ब्रोन्काइटिस जैसी समस्याओं से जुड़ी होती है।
खांसी के कारण Why Cough Occurs?
खांसी के बहुत से कारण हो सकते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण (cough causes) निम्नलिखित हैं:
-
वायरल संक्रमण (Viral Infection): सर्दी (cold) और बुखार (fever) जैसे वायरल संक्रमण खांसी का प्रमुख कारण होते हैं। यह संक्रमण गले (throat) और श्वसन मार्ग (respiratory tract) में सूजन (swelling) और जलन (irritation) पैदा करता है, जिसके परिणामस्वरूप खांसी होती है।
-
एलर्जी (Allergy): वातावरण में मौजूद धूल(dust), धुएं (smoke) या पालतू जानवरों की फर (pet fur) एलर्जी का कारण बन सकती है। इस स्थिति में, शरीर इन पदार्थों को विदेशी (forgein object) मानता है और खांसी (cough) के रूप में प्रतिक्रिया करता है।
-
गले में संक्रमण (Throat Infection): गले में संक्रमण, जैसे टॉन्सिलिटिस (tonsillitis) या लार्ज ग्रंथियों की सूजन (swelling of large glands) , खांसी का कारण बन सकती है। यह गले की सूजन और जलन के कारण खांसी पैदा करता है।
-
धूम्रपान(Smoking): धूम्रपान से होने वाली खांसी (smoker's cough) आमतौर पर लंबी अवधि तक जारी रहती है। धूम्रपान से श्वसन मार्ग में जलन और सूजन हो सकती है।
-
प्रदूषण और वातावरण में बदलाव (Pollution and Climate Change): वातावरण में बढ़ते प्रदूषण (pollution) और वायुमंडलीय परिवर्तन (atmospheric changes) से भी खांसी हो सकती है। यह खासकर शहरी इलाकों में अधिक सामान्य है, जहां हवा में जहरीली गैसें (poisonous gases)और कण होते हैं जो श्वसन प्रणाली (respiratory system) को प्रभावित कर सकते हैं।
-
गैस्ट्रो-एसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (GERD): जब पेट का एसिड (stomach acid) गले में वापस आता है, तो यह गले में जलन और सूजन का कारण बन सकता है, जिससे खांसी होती है। GERD की वजह से खांसी देर तक बनी रहती है और गले में जलन (irritation) और दर्द (pain) उत्पन्न करती है।
-
वायुमार्ग की बीमारियां (Airway Diseases - COPD): क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) एक गंभीर फेफड़ों की बीमारी है जो श्वसन तंत्र को प्रभावित करती है। यह रोग धूम्रपान, प्रदूषण, या लंबे समय तक हानिकारक कणों के संपर्क में आने के कारण होता है। COPD से पीड़ित व्यक्ति में कफ वाली खांसी, सांस लेने में दिक्कत, और सीने में जकड़न जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
-
हृदय संबंधी समस्याएं (Heart Failure): दिल की विफलता (Heart Failure) के कारण खांसी का होना असामान्य नहीं है। जब दिल पर्याप्त रक्त पंप करने में असमर्थ होता है, तो फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है। यह स्थिति सांस लेने में कठिनाई और गहरी खांसी का कारण बनती है। यह समस्या रात में अधिक गंभीर हो सकती है, जब व्यक्ति लेटा हुआ होता है।
खांसी के कारणों (cough causes) के आधार पर इसके इलाज के उपाय भी अलग-अलग हो सकते हैं, और अगर खांसी लंबे समय तक जारी रहती है या गंभीर होती है, तो अपने नजदीकी जनरल फिजिशियन (general physician near you) चिकित्सक से परामर्श लेना महत्वपूर्ण होता है।
खांसी के घरेलू उपचार Cough Home Remedies
1. शहद और अदरक का मिश्रण(Honey and Ginger Mixture): शहद और अदरक दोनों ही खांसी के लिए बेहद प्रभावी उपचार हैं। अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं जो गले को आराम देते हैं, जबकि शहद गले में सूजन (swelling) को कम करने में मदद करता है।
विधि(Method):
-
एक चमच शहद में ताजे अदरक का रस मिलाएं।
-
इस मिश्रण को दिन में दो बार लें।
2. तुलसी और नीम की पत्तियां (Basil and Neem Leaves): तुलसी और नीम की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल (antibacterial) गुण होते हैं जो गले की सूजन (throat swelling) को कम करने में मदद करते हैं। यह खांसी को भी दूर करने में सहायक हैं।
विधि(Method):
-
तुलसी और नीम की कुछ पत्तियों को उबालकर उसका काढ़ा बनाएं।
-
इस काढ़े को दिन में दो बार पिएं।
3. गुनगुने पानी में नमक डालकर गार्गल करें (Gargle by Adding Salt to Lukewarm Water): नमक और गर्म पानी से गार्गल करने से गले की सूजन कम होती है और खांसी में आराम (cough relief) मिलता है।
विधि(Method):
-
एक गिलास गर्म पानी में आधे चम्मच नमक डालें।
-
दिन में दो से तीन बार गार्गल करें।
4. तुलसी, अदरक और शहद का काढ़ा (Basil, Ginger and Honey Decoction): यह तीनों सामग्री गले की सूजन और खांसी को ठीक करने के लिए बहुत प्रभावी मानी जाती हैं। शहद (honey) और अदरक (ginger) दोनों ही खांसी को कम करने में मदद करते हैं, जबकि तुलसी (basil) गले को आराम देती है।
विधि(Method):
-
एक कप पानी में तुलसी के पत्ते और अदरक डालकर उबालें।
-
इसमें शहद मिला कर पिएं। यह खांसी को दूर करने में मदद करेगा।
5. पानी में हल्दी डालकर पिएं (Add Turmeric to Water and Drink): हल्दी में एंटीबैक्टीरियल (anti-bacterial) और एंटी-इंफ्लेमेटरी (anti-inflammatory) गुण होते हैं, जो खांसी और गले की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
विधि(Method):
-
एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच हल्दी डालें।
-
दिन में दो बार इसे पिएं।
6. प्याज और शहद (Onion and Honey): प्याज में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं और शहद गले को आराम पहुंचाता है। इस मिश्रण को खांसी के इलाज के लिए प्रभावी माना जाता है।
विधि(Method):
-
एक प्याज का रस निकालकर उसमें शहद मिलाएं।
-
इस मिश्रण को दिन में तीन बार लें।
7. सौंफ का पानी (Fennel Water): सौंफ गले को राहत देती है और खांसी को कम करती है। यह पाचन तंत्र को भी दुरुस्त रखती है।
विधि(Method):
-
एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ डालकर अच्छे से उबालें।
-
इसे ठंडा होने के बाद पीएं।
8. लहसुन का तेल (Garlic Oil): लहसुन में ऐंटीऑक्सिडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो खांसी को दूर करने में मदद करते हैं।
विधि(Method):
-
लहसुन को हल्का सा तवे पर गर्म करके उसका तेल निकालें।
-
इस तेल को हल्के से गले और छाती पर मालिश करें।
9. सेलरी का रस (Celery Juice): सेलरी के रस में खांसी से राहत देने वाले गुण होते हैं। यह गले की सूजन को कम करने में मदद करता है।
विधि(Method):
-
ताजे सेलरी के पत्तों को पीसकर उसका रस निकालें।
-
इसे दिन में एक बार पीएं।
10. पानी का पर्याप्त सेवन (Adequate intake of Water): खांसी में राहत पाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण बात है कि आप पानी का पर्याप्त सेवन करें। पानी गले को मॉइश्चराइज करता है और बलगम को पतला करता है जिससे खांसी कम होती है।
खांसी के लिए दवाएं Cough Medicine
घरेलू उपचार (home remedies) के साथ-साथ अगर खांसी का इलाज (cough treatment) दवाइयों से भी करना हो, तो कई दवाएं उपलब्ध हैं जो आपकी खांसी को कम करने में मदद कर सकती हैं। खांसी की दवाइयां लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करना बहुत जरूरी है, क्योंकि खांसी के प्रकार और कारण के आधार पर दवाओं की जरूरत और सेवन की विधि अलग हो सकती है।
खांसी से बचाव के उपाय Ways to Prevent Cough
खांसी (cough) की समस्या से बचने के लिए कुछ प्रभावी उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपनी श्वसन प्रणाली को स्वस्थ रख सकते हैं।
-
धूम्रपान से बचें (Avoid Smoking): धूम्रपान से खांसी की समस्या बढ़ सकती है। यह श्वसन प्रणाली में सूजन और जलन पैदा करता है, जिससे खांसी के लक्षण (cough symptoms) और भी अधिक गंभीर हो सकते हैं। अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ने की कोशिश करें और अपनी श्वसन प्रणाली को स्वस्थ बनाए रखें।
-
हवादार स्थानों पर रहें (Stay in Well-Ventilated Areas): धूल (dust), धुएं (smoke) और प्रदूषण (pollution) से बचने के लिए हवादार और स्वच्छ स्थानों पर रहें। यह श्वसन तंत्र को बाहरी प्रदूषकों से सुरक्षित रखने में मदद करता है। खासकर शहरी क्षेत्रों में प्रदूषण अधिक होता है, तो इनसे बचने के लिए घर के भीतर ही हवादार वातावरण बनाए रखें।
-
नम वातावरण बनाए रखें (Maintain a Humid Environment): सुखे मौसम में गले की सूजन बढ़ सकती है, जिससे खांसी का खतरा बढ़ सकता है। इस समस्या से बचने के लिए आप ह्यूमिडिफायर (humidifier) का उपयोग कर सकते हैं। यह हवा में नमी बनाए रखता है, जिससे गले और श्वसन मार्ग को राहत मिलती है और सूजन कम होती है।
इन उपायों को अपनाकर आप खांसी की समस्या से बच सकते हैं और अपने श्वसन तंत्र को स्वस्थ रख सकते हैं।
डॉक्टर से कब संपर्क करें? When to Consult a Doctor?
अगर खांसी (cough) तीन सप्ताह से ज्यादा समय तक जारी रहती है या आप निम्नलिखित लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें:
-
बुखार (Fever): अगर खांसी के साथ बुखार भी आ रहा है और वह लगातार बढ़ रहा है, तो यह किसी गंभीर संक्रमण का संकेत हो सकता है, जैसे कि निमोनिया या ब्रोंकाइटिस।
-
खून आना (Bleeding): अगर खांसी के दौरान खून आता है, तो यह गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि फेफड़ों का संक्रमण, टीबी या कैंसर।
-
सांस लेने में तकलीफ (Difficulty Breathing): अगर खांसी के साथ सांस लेने में कठिनाई महसूस हो रही है, तो यह श्वसन तंत्र की गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि अस्थमा(asthma), ब्रोंकाइटिस (bronchitis) या निमोनिया(pneumonia)
-
सीने में दर्द (Chest Pain): अगर खांसी के साथ सीने में दर्द या दबाव महसूस हो रहा है, तो यह हृदय संबंधी समस्या का संकेत हो सकता है, जिसके लिए तत्काल चिकित्सा ध्यान की आवश्यकता होती है।
इन लक्षणों की उपस्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना न केवल आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए आवश्यक है, बल्कि यह समय पर निदान और उपचार से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचने में भी मदद करता है।
निष्कर्ष:
खांसी से राहत पाने के लिए घरेलू उपायों (cough home remedies) के साथ-साथ दवाइयों (medicines) का सेवन भी कारगर हो सकता है। हालांकि, यदि खांसी लंबी अवधि तक जारी रहती है या यह गंभीर हो जाती है, तो डॉक्टर से मिलकर सही इलाज करवाना जरूरी है। इन घरेलू उपायों और दवाओं के साथ आप जल्दी से खांसी में आराम पा सकते हैं और अपनी सेहत को सुधार सकते हैं। अगर आपको खांसी (cough) की समस्या लगातार परेशान कर रही है, तो अपने नजदीकी आज ही हमारे आंतरिक चिकित्सा चिकित्सक से परामर्श लें (internal medicine doctor near you) और अपनी समस्या का समाधान पाएं!
Was the information useful?
0 0